बलिया : नगर पंचायत के अति पिछड़े इलाके को मिली दशकों बाद सड़क,इस कार्य के लिए लोगो ने चेयरमैन को दिया आशीर्वाद - Ballia Breaking
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    बलिया : नगर पंचायत के अति पिछड़े इलाके को मिली दशकों बाद सड़क,इस कार्य के लिए लोगो ने चेयरमैन को दिया आशीर्वाद

     

    फ़ोटो - चेयरमैन सुनील सिंह को आशीर्वाद देती वार्ड की महिला

    बांसडीह,बलिया। कई वर्षों से उपेक्षित कस्बे का वार्ड न एक के मालिन बस्ती की सड़क को नगर के मुख्य सड़क मार्ग से जोड़कर जनता के आवागमन हेतु समर्पित कर दिया गया। चेयरमैन सुनील सिंह ने शुक्रवार को इसका उद्घाटन वार्ड के निवासी 85 वर्षीय महेन्द्री देवी से कराया। सड़क के बन जाने से वार्ड के लोगों को काफी सहूलियत हो मिल गई है। वार्ड के लोगों ने सड़क के लिए चेयरमैन का आभार प्रकट किया। इससे पहले सोशल मीडिया पर सुबह एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें साफ दिख रहा था कि सड़क निर्माण के लिए लाए गए ईट इत्यादि को छोटे बच्चों,महिलाओं,बुजुर्गों द्वारा अपने अपने सिर पर ईंट इत्यादि ले जाकर खुद सड़क निर्माण किया जा रहा था।
    फोटो - सड़क का उद्घाटन करते चेयरमैन और ग्रामीण

     इस बाबत चेयरमैन सुनील सिंह ने बताया कि मलिन बस्ती के सड़क निर्माण के लिए समाजसेवी वीरेंद्र सिंह द्वारा अपनी भूमि नगर पंचायत को दान में दिया गया था। सड़क निर्माण स्थल के दूसरी तरफ के भू स्वामी द्वारा सड़क निर्माण को रोकने के लिए पत्रक देकर निर्माण कार्य रोकने की सूचना मिलने के बाद खुद ग्रामीणों द्वारा ही ठेकदार द्वारा लाए गए ईंट को सड़क पर बिछाकर दो सौ मीटर की सड़क का निर्माण कर दिया गया। चेयरमैन ने बताया कि सड़क निर्माण में बस्तीवासियों ने श्रमदान के बदौलत मात्र 40 मिनट में ही सड़क तैयार हो गई है।

    आजादी के बाद मिली सड़क के बाद लोगो ने क्या कहा
    फ़ोटो - महेंद्री देवी, ग्रामीण 
    वार्ड के 85 वर्षीय महेंद्री देवी देवी कहती है कि मेरी  पूरी जिन्दगी इस बस्ती में ही निकल गई,सड़क का तो इस बस्ती में नामों निशान नहीं था,आज चेयरमैन सुनील सिंह ने इस सड़क का उद्घाटन मेरे द्वारा कराया। मुझे बहुत अच्छा लगा कि मैं और मेरा परिवार बारिश में भी अब इस सड़क का इस्तेमाल कर सकेंगे।

    फोटो - ललिता देवी,ग्रामीण

    वार्ड की ललिता देवी बताती है कि मेरी उम्र 70 वर्ष की है अब तक इस बस्ती से बाहर जाने के लिए पगडंडियों का ही सहारा लेना पड़ता था लेकिन अब सड़क बन जाने से हमें बहुत ही सहूलियत हो गई है। 

    फ़ोटो - शिवकुमारी देवी,ग्रामीण

    बस्ती की ही 60 वर्षीय शिवकुमारी देवी बताती है कि बरसात के दिनों में लगता ही नहीं था कि हम एक नगर में रहते है। बरसात का पानी बस्ती के बगल के खेतों में लग जाने से हम कई दिनों तक कस्बे से कटे रहते थे अब सड़क बन जाने से परेशानी दूर हो गई है।

    फ़ोटो - उगनी देवी,ग्रामीण
    बस्ती की ही 49 वर्षीय उगनी देवी बताती है कि पगडंडियों के सहारे बारिश में जब कोई रिश्तेदार हमारे घर आता था तो अच्छा नहीं लगता था।काफी ताने भी सुनने पड़ते थे,लेकिन अब सड़क निर्माण हो जाने से हम सभी खुश है।