बलिया डॉ विंकटेश मौआर प्रकरण : बांसडीह में दुसरे दिन भी चिकित्सको ने किया कार्य बहिष्कार,मरीज परेशान - Ballia Breaking
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    बलिया डॉ विंकटेश मौआर प्रकरण : बांसडीह में दुसरे दिन भी चिकित्सको ने किया कार्य बहिष्कार,मरीज परेशान



    बांसडीह (बलिया)। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डॉ विंकटेश मौआर की वाराणसी जेल में इलाज के अभाव में हुई मौत से आक्रोशित चिकित्सकों ने प्रकरण में कार्रवाई की मांग को लेकर दूसरे दिन बुधवार को भी ओपीडी पूरी तरह बंद रखा।

    सीएचसी परिसर में ही धरने पर बैठे चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते रहे। डाक्टरों की मांग है कि प्रकरण में उच्चस्तरीय जांच हो और मृत डॉक्टर के खिलाफ षड्यंत्र करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए।अब तक मामले में सीएमओ व जिला प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई व आश्वासन न मिलने के कारण चिकित्सकों ने अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार का ऐलान कर दिया है।  विरोध प्रदर्शन में बुधवार को बड़ी संख्या में जनपद के चिकित्सक व अन्य चिकित्सा कर्मी शामिल हुए और नारेबाजी करते हुए अपनी मांगो को दोहराया। 


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    आपको बता दे कि विगत 12 तारीख को चिकित्सा अधीक्षक डॉ विंकटेश मौआर को वाराणसी की विजिलेंस टीम ने 20 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। इसके बाद 16 तारीख की शाम उनकी जिला कारागार वाराणसी में ही मौत हो गयी। हालत ज्यादा नाजुक होने पर जेल प्रशासन द्वारा उन्हें कबीरचौरा अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने जांच के दौरान उन्हें पूर्व में ही मृत घोषित कर दिया। घटना की खबर बांसडीह पंहुचने के बाद हड़कंप की स्थिति बन गयी और चिकित्सकों समेत सभी लोगों में काफी आक्रोश का माहौल बन गया। इसके बाद मंगलवार को इस घटना में संबंधित शिकायतकर्ता व अस्पताल परिसर में संचालित फार्मेसी के संचालक के खिलाफ  लामबंदी तेज हो गयी। मामले में चिकित्सकों का स्पष्ट कहना है कि जब तक फार्मेसी के संचालक व शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्रवाई नही होगी तब तक चिकित्सकीय व्यवस्था बंद रहेगी। इस दौरान डॉ प्रणय कुणाल,डा नितिन सिंह,अमित गुप्ता,विनोद सिंह,प्रशांत सिंह,बरमेश्वर सिंह,आनंद कु सिंह, नेहाल अहमद,कंचन यादव,सपना सिंह,विवेक सहित अन्य चिकित्साकर्मी उपस्थित रहे।

    मरीजों का लगा रहा आना जाना ओपीडी बंद, इमरजेंसी चालू

    सीएचसी में संचालित फार्मेसी संचालक के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा जारी धरना प्रदर्शन और ओपीडी बंद करने से मरीजों स्वास्थ समस्याओं को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल मरीज आ रहे है लेकिन चिकित्सक धरने पर बैठे होने के कारण मरीज को स्वास्थ सेवाएं नहीं दी जा रही है। बुधवार को अस्पताल में मरीज आ रहे थे और स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा पूरे प्रकरण से अवगत कराकर वापस भेजा जा रहा था यही क्रम पूरे दिन चलता देखने को मिला हालांकि कुछ इमरजेंसी में पहुंचे मरीजों को चिकित्सक धरने से उठकर उपचार कर रहे थे।