बलिया: खुले में शौच मुक्ति का दावा केवल कागजों तक सीमित, गई दो की जान - Ballia Breaking
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    बलिया: खुले में शौच मुक्ति का दावा केवल कागजों तक सीमित, गई दो की जान


    बलिया: सरकार का खुले में शौच मुक्ति का दावा खोखला साबित हुआ। केवल कागजों तक सीमित हुआ यह दावा, ताजा घटना बलिया के गड़वार थाना क्षेत्र की है।बाहरी सास को बचाने गयी बहू समेत दोनों की ट्रेन से कटकर मौत हो गयी। सास और बहू दोनों रेलवे ट्रैक पर शौच करने गयी थीं।
    घटना बलिया जिले के गड़वार थानान्तर्गत पड़ने वाले चिलकहर रेलवे स्टेशन की है। चिलकहर की देवन्ती देवी (58) को कानों से सुनायी नहीं देता। वह अपनी बहू मीना देवी (35) को लेकर मंगलवार की अलसुबह शौच के लिये गयी थी। दोनों महिलाएं कुछ दूर-दूर बैठी थीं। इसी बीच ट्रेन आ गयी। बहरा होने के चलते सास ट्रेन की आवाज नहीं सुन पायी। बहू ने जब आवाज सुनी तो ट्रेन तेजी से नजदीक आ रही थी।वह दौड़कर गयी और अपनी सास को उठाकर हटाने की कोशिश करने लगी। इसके पहले कि वह सास को वहां से हटा पाती। ट्रेन धड़धड़ाती हुई पहुंच गयी और दोनों उसकी चपेट में आकर कट गयीं। दोनों की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी। सूचना पर पहुंचे गड़वार थानाध्यक्ष नागेश उपाध्याय ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेजवाया।
    बताते चलें कि बलिया को खुले में शौचमुक्त घोषित कर दिया गया था, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही बयां कर रही है।जब इसकी वेरिफिकेशन हुई तो सरकारी एजेंसी ने ही इसकी पोल खोल दी। बड़ी तादाद में इलाकों को कागज पर ही खुले में शौचमुक्त कर दिया गया था। आए दिन ऐसा देखने में आता है कि लोग शौच के लिये रेलवे ट्रैक की ओर जाते हैं और कई की ट्रेन की चपेट में आकर मौत हो जाती है।