बलिया : सुभासपा नेता और एस डी एम के पेशकार सहित दरोगा पर मुकदमा दर्ज,मामले की जांच में जुटी पुलिस
बांसडीह,बलिया। सुभासपा नेता और एस डी एम के पेशकार के साथ हुए बाद विवाद में पुलिस ने दोनों पक्षों द्वारा दिए गए तहरीर पर एक दूसरे के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया है।
प्रकरण में उमापति राजभर पर एस डी एम के पेशकार दीपक की तहरीर पर सरकारी कार्य में बाधा, लोकसेवक के साथ मारपीट सहित अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया है तो वही उमापति राजभर की तहरीर पर पेशकार सहित दरोगा के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया है।
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मामले में पुलिस को दिए तहरीर में एस डी एम के पेशकर दीपक कुमार ने आरोप लगाया है कि मैं अपने अपने कार्यालय से चारपहिया वाहन से बलिया कलेक्ट्रेट जा रहा था तहसील परिसर में काफी भीड़ और अन्य वाहन रस्ते में खड़े थे,मैं अपनी कार रोककर हॉर्न बजाते हुए भीड हटाने का प्रयास कर रहा था,इसी दौरान उमापति राजभर अचानक मेरी कार से आ सटे और मुझे गाली देने लगे और कार का दरवाजा खुलवाकर मुझ पर जानलेवा हमले करने के साथ मेरे चेहरे पर नाखून से निशान लगा दिया । मेरा चेहरा चार-पांच जगह छिल गया, आरोप लगाया कि मेरे पास रखे कार्यालय के दस्तावेज मुझसे छीन कर फाड़े। मेरे रोकने और बचाव करने पर मेरे साथ मारपीट किया और गाली गलौज दिया। प्रकरण में पुलिस ने उमापति राजभर पर बी एन एस की धारा 115(2),352,132,121(1) तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
वही उमापति राजभर की तहरीर पर दीपक कुमार पर लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने,मारपीट करने,धमकी देने, गाली गलौज करने के मामले में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक अनिल झा द्वारा वीडियो जारी कर बताया गया कि क्षेत्राधिकारी बांसडीह प्रभात कुमार द्वारा तहरीर जांच के बाद पुलिस द्वारा मुकदमा पंजीकृत किया गया है और विधिक कार्यवाही प्रचलित है।
यह था पूरा मामला👇
सुभासपा नेता उमापति राजभर ने मंगलवार को पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि उसके पैर पर एसडीएम बांसडीह के स्टेनो ने गाड़ी चढ़ा दी।गाड़ी चढ़ाने को लेकर हुए बाद विवाद में मौके पर उपस्थित लोगों द्वारा मामला शांत करा दिया गया था। बाद में स्टेनो की शिकायत पर मौके पर पहुचीं कस्बे के चौकी इंचार्ज रंजीत विश्वकर्मा और उनके सहयोगी शैलेश वर्मा द्वारा उनको कोतवाली में ले जाकर उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई।
जिसके बाद एसआई रंजीत विश्वकर्मा के खिलाफ शिकायत लेकर थाने पंहुचे सुभासपा नेताओं के दरोगा के खिलाफ कारवाई की मांग की थी। मामले में सुभासपा कार्यकर्ताओं ने थाने में जाकर दरोगा व एसडीएम के स्टेनो के खिलाफ तहरीर दी। जिसके बाद प्रकरण में राजनीति तेज होने के बार पुलिस अधीक्षक ने सीओ बांसडीह को मामले की जांच के निर्देश दिए। देर शाम तक मामले में सुभासपा कार्यकर्ता दरोगा व अन्य लोगों पर कार्रवाई की बात को लेकर अड़े रहे।