बलिया : बांसडीह क्षेत्र में ग्यारह HIV संक्रमित, एक ट्रांसजेंडर भी शामिल - Ballia Breaking
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    बलिया : बांसडीह क्षेत्र में ग्यारह HIV संक्रमित, एक ट्रांसजेंडर भी शामिल



     बांसडीह बलिया। हर वर्ष एक दिसंबर को विश्व स्तर पर विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है ताकि लोगो में एच आई वी/एड्स के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके। हालांकि बांसडीह में एच आई वी और क्षय रोग के बढ़ते मामले स्वास्थ्य विभाग की जागरूकता अभियान की पोल खोल रहे है। सीएचसी बांसडीह पर इस वर्ष अप्रैल से लेकर अब तक 3523 लोगो  की गई जांच में दस महिला,पुरुष और एक ट्रांसजेंडर सहित कुल ग्यारह एच आई वी से संक्रमित मिले। उपरोक्त आंकड़े स्वास्थ विभाग के लिए गंभीर चिंता का विषय है साथ ही रोग की  भयावहता भी उजागर कर रहा है।

    सीएचसी बांसडीह द्वारा व्यापक स्वास्थ्य स्क्रीनिंग से पता चला कि असुरक्षित यौन संबंध,प्रवासी श्रमिकों का संक्रमण,नशे की लत के लिए शेयरिंग सिरिंज HIV प्रसार का मुख्य कारण रहे है। जांच के बाद संक्रमितों के काउंसलिंग में पता चला कि कुछ प्रवासी श्रमिक बाहर से काम कर लौटने के बाद यह संक्रमण लेकर आए और स्थानीय स्तर पर अपने साथियों को भी संक्रमित कर दिया है। असुरक्षित यौन संबंध संक्रमण फैलने का सबसे बड़ा जरिया बना हुआ है,वहीं नशे के आदि लोगों द्वारा एक ही सिरिंज से  इंजेक्शन लेने की प्रवृत्ति ने भी कुछ लोगों को इस लाइलाज बीमारी की चपेट में ला दिया है। एच आई वी के बढ़ते मामलों पर सीएचसी के वरिष्ठ परामर्शदाता राहुल सिंह ने बताया कि बढ़ते मामलों से हम चिंतित है चिन्हित संक्रमितों की लगातार काउंसलिंग और इलाज प्रारंभ है। बताया कि असुरक्षित यौन संबंध के प्रति जागरूकता अभियान,प्रवासी श्रमिकों और नशा करने वाले समूहों पर विशेष ध्यान देते हुए सघन जागरूकता अभियान चलाने होंगे,संक्रमण को जल्द पहचान और तत्काल एआरटी (एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी) शुरू करना ही एकमात्र बचाव है।

    टीवी पर भी है चुनौती 

    क्षेत्र में एचआईवी के साथ ही टीबी (ट्यूबरकुलोसिस) की स्थिति भी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। सीएचसी के डाट्स केंद्र पर इस वर्ष अब तक 5800 मरीजों की टीबी की जांच की गई। जांचे गए लोगों में से 180 मरीज टीबी से संक्रमित पाए गए हैं। जबकि केंद्र पर वर्तमान में अन्य अस्पतालों से रेफर होकर आए 300 मरीजों का टीबी का नियमित उपचार चल रहा है।