बलिया : बढ़ते साइबर अपराध से कैसे बचे,जानिए BALLIA POLICE की महत्वपूर्ण TIPS - Ballia Breaking
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    बलिया : बढ़ते साइबर अपराध से कैसे बचे,जानिए BALLIA POLICE की महत्वपूर्ण TIPS


    • माह अक्टुबर है साइबर जागरूकता अभियान
    • साइबर जागरुकता के लिए विभिन्न थानों पर बलिया पुलिस की चौपाल आयोजित 
    • साइबर अपराध से बचाव के लिए बलिया पुलिस चला रही है जागरूकता अभियान
    • साइबर अपराध होने पर तत्काल दे पुलिस को सूचना
    • जागरूकता ही आपका बचाव है

    बलिया। अधीक्षक महोदय बलिया श्री ओमवीर सिंह* के निर्देशन में एवं  साइबर नोडल अधिकारी/अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) श्री कृपा शंकर के निकट पर्यवेक्षण में जनपद के समस्त क्षेत्राधिकारीगण के नेतृत्व में जनपद के समस्त थानों पर गठित साइबर हेल्प डेस्क के अधिकारी/कर्मचारीगण द्वारा साइबर जागरुकता अभियान माह अक्टूबर के तहत थाना क्षेत्र में पड़ने वाले कॉलेज, स्कूल, मंदिर परिसर व बाजारों में चौपाल लगाकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है। 

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    साइबर अपराध की रोकथाम-

                  साइबर अपराध को इंटरनेट और कंप्यूटर के अवैध उपयोग के रूप में उल्लेखित किया जा सकता है। तकनीकी के विकास के चलते अपराधी भी अपराध करने के नये-नये तरीके इजाद कर रहे है। आजकल प्रत्येक व्यक्ति मोबाइल व इण्टरनेट बैकिंग का प्रयोग कर रहा है। इंटरनेट के प्रयोग किये जाने से जानकारी के अभाव में कई लोग साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं। इसको दृष्टिगत रखते हुए बलिया पुलिस द्वारा जनपद बलिया में आमजन को साइबर अपराध से बचाव एवं इससे निपटने के लिये बरती जाने वाली सावधानियों के प्रचार प्रसार हेतु एवं इंटरनेट के माध्यम से हो रहे अपराधों (डिजिटल अरेस्ट, फेक कॉल, वीडियो कॉल, सिम स्वैपिंक, लोन फ्राड, OTP/PIN फ्राड आदि ) के बारे में जानकारी दी गयी और इंटरनेट के प्रयोग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी देकर सभी जागरूक किया गया तथा सभी से अपील की गयी कि वे डिजिटल रूप से समाज के हित में जागरूकता के प्रचार प्रसार में पुलिस की सहायता करें तथा किसी प्रकार की घटना/दुर्घटना के संबंध में ग्रुप के माध्यम से पुलिस को सूचित करें ।

                   बलिया पुलिस के सभी थाना प्रभारी, क्षेत्राधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक प्रतिदिन विद्यालयों, प्रतिष्ठित संस्थाओं एवं महत्वपूर्ण स्थानों पर वर्कशॉप एवं गोष्ठियां कर इंटरनेट के माध्यम से हो रहे इन अपराधों के बारे में जानकारी दे रहे है और इंटरनेट के प्रयोग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके अतिरिक्त विद्यालयों में पम्पलेट वितरित कर महत्वपूर्ण स्थानों पर पम्पलेट/पोस्टर चस्पा किये जाने की कार्यवाही की जा रही है।

               इंटरनेट के उपयोग की सही जानकारी होने पर साइबर अपराध से बचा जा सकता है । इसी क्रम में ATM में ट्रांजेक्सन करते समय अन्य कोई व्यक्ति उपस्थित न रहे, बैंक के नाम पर टेलीफोन कॉल पर एटीएम/बैंक अकाउंट्स सम्बन्धी कोई जानकारी जैसे OTP, CVV नम्बर आदि कभी भी किसी से साझा न करे। बीमा कम्पनी, नौकरी.कॉम के नाम से कॉल किये जाने पर बिना सत्यापन किये कोई जानकारी न दे। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे व्हाट्सअप, ट्विटर(X), फेसबुक व इंस्टाग्राम पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक न करें क्योंकि कोई भी व्यक्ति आसानी से आपकी जानकारी का इस्तेमाल कर दुरूपयोग कर सकता है। इस प्रकार के एप्स डाउनलोड किये जाते समय प्राईवेसी सम्बन्धी आप्शन का भली-भांति अवलोकन करने के बाद ही सहमती/असहमती देते हुए प्रक्रिया पूर्ण करें। फर्जी लॉटरी लगने का कॉल करने वालों को कभी अपनी बैंक की डिटेल शेयर न करें। डिजिटल अरेस्ट से बचाव हेतु बताया गया कि किसी भी अनजान कॉल/मैसेज पर प्रतिक्रिया न दें, टावर लगाने के नाम पर भी लोगों से ठगी की जाती है, इससे बचने हेतु किसी अज्ञात बैंक खाता में पैसा जमा न करें। कोई कम्पनी कम लागत में अधिक पैसे कमाने का लालच देती है तो सावधान रहिये ऐसी कंपनी फर्जी होती हैं जो आपका पैसा लेकर कंपनी को बंद कर भाग जाते हैं। ठगों द्वारा फर्जी ऑफिस खोलकर, कम ब्याज दर पर अधिक लोन, बिना किसी कागज के आसानी से लोन दिलवाने हेतु फर्जी विज्ञापन प्रसारित किया जाता है और प्रोसेसिंग फीस के रुप में एकाउंट में रुपये जमा कराके फरार हो जाते है। मोबाइल व सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स के सुरक्षित प्रयोग के बारे में भी बताया गया। छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर इंटरनेट प्रयोग किये जाने पर साइबर अपराध के शिकार होने से बचा जा सकता है। जागरूक बनें और अपने धन की स्वयं सुरक्षा करने के सिद्वान्त पर काम करें।